Friday, April 19, 2024
HomeEntertainmentसुभाष घई की ‘ताल’ और ‘राम लखन’ की रीमेक में काम करना...

सुभाष घई की ‘ताल’ और ‘राम लखन’ की रीमेक में काम करना चाहते हैं बरखा सिंह और अमोल परासर

जब भी मेरा मन 90 के दशक की मेलोडियस म्यूजिक सुनने का होता है, मेरे हाथ अपने आप ही फिल्म ‘ताल’, ‘परदेस,’ ‘खलनायक’ और ऐसी कई फिल्मों के गानों पर क्लिक हो जाते हैं। यह सारे गानें हैं ही इतने मेलोडियस कि आज भी इसे सुन कर, मुझे यह पुराने नहीं लगते हैं। इन फिल्मों के गानें यूं ही सदाबहार नहीं बने हैं, उनमें इन फिल्मों के निर्देशक सुभाष घई की सबसे बड़ी भूमिका रही है। तमाम इतनी मजेदार फिल्में बनाने के बाद अब एक बार फिर से वह ओटीटी जी5 पर अपनी नयी फिल्म ’36 फार्म हाउस’ लेकर आ रहे हैं। ट्रेलर देख कर, मुझे ऐसा लग रहा है, जैसे यह बहुत ही फन राइड होने वाली है। अब ऐसा लगे भी क्यों न, इसमें सोशल मीडिया की पॉपुलर एक्ट्रेस बरखा सिंह, टैलेंटेड अमोल परासर के साथ-साथ संजय मिश्राविजय राज जैसे धुरंधर भी हैं। बरखा और अमोल ने इस फिल्म से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें बताई हैं।

बरखा सिंह को सोशल मीडिया और ओटीटी पर अच्छी लोकप्रियता मिली है। बरखा ने फिल्म के ऑफर को लेकर एक दिलचस्प बात शेयर की।

बरखा सिंह ने बताया

मेरे पास जब इस फिल्म के लिए ऑफर आया था, मैं किसी और  प्रोजेक्ट की शूटिंग में बिजी थी। अचानक जब मेरे पास सुभाष घई की टीम से तरह से कॉल आया तो मुझे लगा यह कोई प्रैंक कॉल है और मैंने इस पर ध्यान नहीं दिया था। बाद में, जब मुझे पता चला कि सच में कॉल आया है, तो मुझे लगा मेरे बचपन का सपना पूरा हुआ है। सुभाष घई की फिल्में तो देखती रही हूँ मैं और उनकी फैन भी रही हूँ। मुझे सुभाष सर की यह बात अच्छी लगी कि उनमें नए जेनरेशन से सीखने वाला स्वभाव है। वह हमेशा मुझे सोशल मीडिया के बारे में पूछते रहते थे।सुभाष सर की मुझे इस बात ने भी प्रभावित किया कि वह अपनी हर फिल्म से एक नयी चीज सीखते हैं, जैसे इस फिल्म में उन्होंने म्यूजिक भी कम्पोज किया है।

सोशल मीडिया स्टार अमोल परासर को लगातार उनके काम के लिए सराहा जा रहा है।

सुभाष घई के साथ अपने काम करने के अनुभव के बारे में अमोल परासर कहते हैं

सुभाष सर, एक इंस्टीट्यूशन हैं। मुझे जब पता चला कि सुभाष सर, खुद कहानी मुझे नैरेट करने वाले हैं, तो मैं बहुत नर्वस हुआ था, लेकिन फिल्म करने के दौरान मेरी नर्वसनेस जाती रही। फिल्म कोविड सिचुएशंस को लेकर बनी हैं, तो इस कारण भी हम सभी इससे रिलेट कर पाएं।

सुभाष घई की किस फिल्म के रीमेक का हिस्सा बनना चाहेंगे?

इस सवाल के जवाब में बरखा सिंह कहती हैं

मैं ‘ताल’ से हमेशा से प्रभावित रही हूँ। बचपन से मैं उनके गाने पर काफी डांस प्रैक्टिस करती रहती थी।

इस बारे में अमोल परासर ने कहा

मेरे दिमाग में हमेशा वन टू का फोर, फॉर टू का वन ही आता है। तो मुझे लगता है मैं उनकी ‘राम लखन’ में से कोई किरदार निभाना पसंद करूँगा  

मैं लगातार गौर कर रही हूँ ओटीटी की दुनिया आने के बाद, लगातार अच्छे कलाकारों के काम को सराहा जा रहा है। बड़े स्टार्स और स्टारडम से इतर भी एक अलग दुनिया ओटीटी स्टारडम की बनी है। मेरी इन बातों से बरखा और अमोल भी इत्तेफाक रखते हैं

बरखा सिंह कहती हैं

यह सच है कि इन दो सालों में जितना काम मेरे पास आया है या फिर मुझे काम को चुनने की आजादी मिली है। अब ऐसे भी प्रोड्यूसर्स साथ में काम करना चाहते हैं, जिन्होंने कभी न कहा था। सो, यह करियर के इस फेज को मैं काफी एन्जॉय कर रही हूँ।

अमोल परासर कहते हैं

मैं तो कबसे काम कर रहा हूँ, लेकिन जितना व्यस्त में पिछले कुछ समय से हूँ और अब इस स्थिति में हूँ कि न बोल सकूं, तो यह सब ओटीटी की देन है। दो सालों में दर्शकों की सोच, प्रोडयूसर का नजरिया सबकुछ बदला है। अब कहानियां ऐसे विषयों पर बन रही हैं कि कहानियों को हम जैसे एक्टर चाहिए ही।

वाकई, ओटीटी की दुनिया ने एक नयी क्रांति ला दी है। अब नए चेहरे और नयी प्रतिभाओं को खूब मौके मिल रहे हैं। ऐसे में मुझे पूरी उम्मीद है कि यह फ्रेश जोड़ी सुभाष घई की नयी फिल्म ’36 फार्म हाउस’ में धमाल करेंगे। फिल्म 21 जनवरी को जी5 पर ही रिलीज होगी।’

Source: MissMalini

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments